होशंगाबाद के पिपरिया पीजी कॉलेज का नज़ारा मंगलवार को विहंगम दिखाई दिया ।हो भी क्यों न क्योंकि 12 साल के लंबे इंतेज़ार के बाद आखिर मंगलवार को national assessment&aceraditation council (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद बैंगलौर )(NAAC)की तीन सदश्यो की टीम कॉलेज का निरीक्षण करने पहुँची। टीम के आने के 2 माह पहले से ही कॉलेज प्रबंधन तैयारियों में जुटा हुआ था। जिसके चलते कॉलेज में तैयारियों ओर अव्यवस्था कोभी व्यवस्थित करने का काम युद्ध स्तर पर चला । मंगलवार जब टीम कॉलेज पहुँची, तो आवभगत में कोई कसर बाकी न रह जाये इसलिए टीम आने की जानकारी मीडिया को नही दी गयी । लेकिन मीडिया अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए कॉलेज पहुँचा तो प्रबंधन में सुगबुगाहट सुरु हो गयी । क्योंकि जिस वक्त NAAC टीम को शहर की एक मात्र 3 स्टार होटल MNR में भोजन के लिए ले जाया गया । उस समय मीडियाकर्मी कॉलेज पहुँच चुके थे, जिसके चलते टीम 2 घंटे विलंब से वापिस निरीक्षण करने कॉलेज आयी । पत्रकारों को देख NAAC टीम सदश्य भी असहज दिखाई दिए और पत्रकारों को नजरअंदाज करते नज़र आये। आखिरकार पत्रकारों ने जब जाँच टीम सदश्यो से निरीक्षण सम्बंधित जानकारी माँगी तो निरीक्षण टीम के एक सदश्य ने बड़ा ही बेतुके शब्द में जवाब दिया कि हम मीडियाकर्मियों से बात नही करते । इधर कॉलेज प्राचार्य द्वारा भी मीडियाकर्मियों से सीधे तौर पर आरोप लगाते नज़र आई कि आप हमारे अतिथियों को अपमान नही कर सकते । शायद प्राचार्या का स्पष्ठ तौर पर ये कहना था कि “मीडिया की उपस्तिथि अतिथियों का अपमान है” । जिसके बाद कुछ पेड मीडियाकर्मी नज़रों का आश्वासन पाकर कॉलेज से चले गए, उन्हें देख बाकी के पत्रकार भी चलते बने ।
शाम को नज़ारा उत्सव जैसा : जैसा किं जानकारी में बताया गया कि जाँच दल अपने 2 दीनी पिपरिया कॉलेज दौरे पर है पहले दिन का निरीक्षण करने के बाद देर शाम कॉलेज में रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन रखा गया । जिसमे कॉलेज की प्रतिभाओं ने अपना कला प्रदर्शन किया । बताया गया कि ये भी निरीक्षण का हिस्सा है ।
*NAAC को सौंपी झूठी रिपोर्ट: गौरतलब है कि जैसा कि मूल्यांकन करने आई टीम को कॉलेज-प्रबंधन जो रिपोर्ट सौंपताहै उसमे कॉलेज की व्यवस्था और अव्यवस्था दोनों का उल्लेख होना चाहिए लेकिन ssr रिपोर्ट में कॉलेज की उन्नति का झूठा बखान ज्यादा किया गया है जैसे कि..
जानकारी के अनुसार मूल्यांकन करने आई टीम को जो 123 पेज की SSR रिपोर्ट कॉलेज प्रबंधन द्वारा सौंपी गई है। उसमें कॉलेज का क्षेत्रफल करीब 8.7 एकड़ दर्शाया गया है,जबकि कॉलेज की भूमि पर अधिकांश जगह अतिक्रमण ओर कब्जा है। स्टाफ को लेकर भी 6 तक अतिथि विद्वानों से काम चलाने के बाद कॉलेज का बाकी समय शिक्षा के स्तर को भी उजागर करता है।
कालेज मे हॉकी ग्राउंड नही होने सम्बन्धित ssr रिपोर्ट में है या नही येतो प्रबंधन ही जाने लेकिन जानकारी के अनुसार सन 1992 में UGC द्वारा हॉकी ग्राउंड स्वीकृत किया गया था,जिसे कि लोक निर्माण विभाग द्वारा तैयार किया गया था ग्राउंड कहाँ है किसीको पता नही क्योंकि जिस जगह पर कागजो में ग्राउंड दर्शाया गया है वहां सरकारी भवन का निर्माण हुआ है।
*किसे पता कॉलेज की असल तस्वीर..
पिछले दिनों कॉलेज के एक बाबू को लोकायुक्त की टीम ने कॉलेज परिसर में रात्रि के समय सेवानिवृत्त कॉलेज कर्मचारी के बेटे से रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था।
कॉलेज के वरिष्ठ स्पोर्ट्स टीचर के.के.रावत को पिछले दिनों
फोन पर जान से मारने की धमकी मिलने का मामला भी सुर्खियों में हैं। कॉलेज प्रबंधन के सहयोग न करने के चलते स्पोर्ट्स टीचर मीडियाकर्मियों से मदद की गुहार लगाते उस समय देखे गए ,जब जाँच टीम निरीक्षण कर रही थी ।

कॉलेज पूर्व प्राचार्य को पद से तत्काल हटाने का मामला भी पिछले दिनों सुर्खियों में रहा।बावजूद उसके पूर्व प्राचार्य की भागीदारी या यूँ कहिए कि दखल आज भी कॉलेज में प्राचार्य की तरह ही है।
निरीक्षण में जाँच दल को इससे सरोकार नही कि कॉलेज के अलग अलग विभाग सम्भालें शिक्षक पिछले 12 सालों की तरक्कियों का बखान लिखित मौखिक कर रहै है तो ये महानुभाव कॉलेज में टिके कबसे हैं।

3स्टार होटल 2दिनों के लिए किसने किया रिज़र्व:3सदस्यों के जांच दल को पिपरिया के एकमात्र 3 सितारा होटल में किसने रुकवाया इसको लेकर भी कॉलेज और टीम दोनों की जवाबदेही बनती है ।
सब बातों जो भुलाकर देखा जाए तो जिस तरह से NAAC अधिकारीयो का VVIP स्वागत सत्कार कॉलेज प्रबंधन द्वारा किया गया उसे देखकर एक बधाई गीत याद आता है ..चौक पुराओ माटी रँगाओं आज मोरे पिया घर आएंगे ।
फ़िलहाल जाँच टीम के मूल्यांकन का बेसब्री से इंतेज़ार पीजी कॉलेज को तो है ही,कलमकारों को भी रहेगा ।
(ध्यान विशेष -बधाई गीत में पिया शब्द ईश्वर ,भगवान के लिए प्रयोग किया गया है ।)