होशंगाबाद पिपरिया: श्री गौड़ मालवीय ब्राह्मण समाज द्वारा आयोजित समाज के हर घर मे नट्टी प्रथा के अंतर्गत श्री रामचरितमानस पाठ के सफलतम 6माह पूर्ण होने पर समीक्षा बैठक का आयोजन हुआ ।बैठक में सुरेश मालवीय ने इस धर्मार्थ कार्य को समाज के हर घर तक पहुंचाने की बात करते हुए सनातनी सभ्यता में निरंतरता लाने और समाज को जाग्रत करने सम्बधित विषय पर प्रकाश डाला । वहिं
पूर्व पार्षद महेश मालवीय ने कहा कि कहीं न कहीं संविधान ने जातिवर्ण ओर संख्या के आधार पर हमें पिछड़ा जाती का ओहदा दे दिया हो लेकिन श्री गौड़ अर्थात प्राचीन, मालवीय अर्थात मारवाड़ के मूलतः ओर ब्राह्मण अर्थात विप्र कहे जाने वाली हमारी समाज सृष्टि के रचनाकार ओर विश्व ब्राह्मण भगवान श्री विश्वकर्मा की संतान है, जिसका आज भी वेदों और पुराणों में स्पष्ठ उल्लेख है । महेश मालवीय ने कहा कि समाज के अनुसार ही व्यक्ति के स्वभाव ओर संस्कार की गति होती है । यही कारण है कि भजन,कीर्तन,वाद्य, कारीगरी व लेखनी ने निपुणता हमे विरासत में मिलती है । आज आधुनिकता के चलते जहाँ हरक्षेत्र में बदलाव हुआ है लेकिन मालवीय बंधुओ ने हमेशा अपनी सांस्कृतिक धरोहरों को बचाये रखा,हो सकता है कुछ युवाओँ पर आधुनिकता का प्रभाव पड़ा हो । पर हमने अपनी पुरातन संस्कृति को नही बदला ।कार्यक्रम में सामाजिक स्वजातीय बंधुओं समेत युवा वर्ग भी उपस्थित रहे ।अंत मे कार्यक्रम में सर्वसम्मति से कई वर्षो से रुके बसंत उत्सव को पुनः धूमधाम से मनाने पर भी सहमति बनी ,जिसके लिए कार्यकारिणी गठितकर कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की जाएगी । कार्यक्रम में वरिष्ठ स्वजातीय बंधुओं ने भी अपने विचार रखे ।बैठक पूर्व पार्षद महेश मालवीय के निजनिवास पर आयोजित हुई ।