पिपरिया – मध्यप्रदेश में कोई भी गरीब व्यक्ति भूखा न सोये इसलिए सरकार ने सब्सिडी देते हुए गरीबी रेखा के लोगो को 1 रु किलो की दर से गेहूं चावल उपलब्ध कराती है।ताकि गरीब आदमी भी पेट भर भोजन कर सके।लेकिन सरकार की इस ऐतिहासिक योजना का लाभ गरीब आदमी तो कम भृष्ट अधिकारी और व्यापारी ज्यादा उठा रहे है ।ताजा मामला पिपरिया के सांडिया रोड़ क्षेत्र का है जहाँ पर एक ट्रैक्टर ट्रॉली में पी,डी, एस, की सरकारी बोरी में भरी चावल की बोरिया रोड़ पर गिरी तो मौके पर मौजूद समाज सेवी संजू शर्मा ने गरीबो के हक के चावल की बंदर बाट होने का शक होने के आधार पर तत्काल सूचना मीडिया को दी।मौके पर पहुँचे मीडिया के लोगो ने तत्काल ही प्रशासन को अवगत कराया लेकिन 1 से डेढ़ घंटे बीत जाने के बाद भी कोई भी प्रशासनिक अधिकारी ने ये पता लगाना उचित नही समझा कि ये चावल कहां का है और यहां कैसे आया।
पुलिस ने ओवरलोडिंग में पकड़ी
. ट्रैक्टर के ड्रायवर के मुताबिक यह माल वह नरसिंहपुर जिले के साली चौका से ला रहा है और इस माल की डिलिवरी पिपरिया के व्यापारी को गीतांजलि धर्म काटे पर वजन कराने के बाद डिलेवरी देनी थी। पुलिस को फोन पर सूचना मिली कि एक ओवर लोड ट्रेक्टर ट्रॉली जा चावल लेकर जा रही है और उसमें सरकारी बोरी में चावल भरा हुआ है। पुलिस ने भी उस ट्रॉली का ओवर लोड का चालान बना कर ट्रॉली को छोड़ दिया पुलिस ने भी प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना देना जरूरी नही समझा पूरा घटनाक्रम कही न कही प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाता है।