✍विशेष संवाददाता होशंगाबाद: पिपरिया कृषि उपज मंडी में आयोजित किसान संगोष्टि एवं तकनीकी प्रशिक्षण शिविर में पधारे कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन के कार्यक्रम में पधारते ही कुछ पल ऐसे बीते जो मीडिया की सुर्खियाँ बन गए । सबसे पहले तो मंत्री जी के वाहन से उतरते ही युवाओं ने मंत्री जी को ज्ञापन सौंपते हुए कुछ कहना चाहा लेकिन मंत्री जी अनसुना करते चलते बने । मंच पर पहुंचते ही मंत्री जी ने कार्यक्रम के शुभारंभ के लिए छोटी छोटी कन्याओं को चुनरी उड़ाते हुए 100 रु प्रदान किये ।जिसके बाद मंत्री जी गाय को तिलक करने के लिए पहुंचे ,तिलक करते ही गाय बिचक गयी ,जिससे मंत्री जी घायल होने से बाल-बाल बचे । मंच पर पहुंचते ही मंत्री जी के स्वागत का सिलसिला जैसे ही चालू हुआ,तो मंत्री जी की पैर पखारन शुरू हो गयी,पहले पिपरिया मंडी सचिव नरेश परमार फिर कृषि महाविधालय पवारखेड़ा के डीन डॉ डी.के. पहलवान मंत्री जी के स्वागत में चरण वंदना करते दिखाई दिए । इसके बाद मंत्री जी जब कार्यक्रम को संबोधित करने के लिए पहुँचे तो अपने डेढ़ घण्टे के संबोधन में विषय को छोड़कर किसानों की मौत पर भाजपा सरकार के मुआवज़े का गुणगान करते नज़र आये ।मंत्री जी ने कोंग्रेश के शासन में किसान की मौत पर मिलने वाले 4000रु.के मुआवजे पर तंज कसते हुए कहा कि किसान की मौत पर मिलने वाले मुआवजे को 4 हजार से 40हजार,फिर 40 हजार से 1लाख, ओर अब 4 लाख तक मुआवजा देने का काम माननीय मुख्यमंत्री,ओर प्रधानमंत्री मोदी जी ने किया है । किसान की मौत पर मिलने वाली राशि पर तो कृषि मंत्री जी खूब बोले लेकिन जीतेजी किसान को राहत देने वाली योजना नही बता पाये । मंत्री जी के भाषण इतना बड़ा था कि उनके संबोधन के चलते ही आमंत्रित किसान कार्यक्रम से एक एककर उठकर जाने लगे । कार्यक्रम के अंत मे भी भाजपा जिलाध्यक्ष(हरिशंकर जायसवाल )मीडिया से मंत्री जी को मुख़ातिब होने से बचाते रहे । जैसे तैसे मीडिया से मंत्री जी दूर हुए तो फसल भुगतान ओर बीमा राशि को लेकर कुछ किसानों ने मंत्री जी को शमश्या सुनाई तो वहाँ भी जिलाध्यक्ष हरिशंकर जायसवाल, मंत्रीजी की ढाल बनकर खड़े रहे और किसानों को शमश्या सुनाने से मना करते नज़र आये ।