संदीप मेहरा- विशेष संबाददाता
होशंगाबाद जिले के बनखेड़ी तहसील के ग्राम इशरपुर में 4 दिन से कैद है माहिला कारण सिर्फ 1 हजार की क़िस्त नही जमा कर सकी पीड़िता माहिला। जिसने सेंट्रल बैंक के छेत्रीय ग्रामीण बैंक से आवास योजना के तहत 1 लाख का लोन लिया था 2012 में जिसकी बसूली करने गए अधिकारियो ने दी महिला को ये सजा की उसके ही घर मे उसे कैद कर सील कर दिया ।वो भी एक लाचार महिला को कौन सुने किसको सुनाये माहिला अपना दर्द। ये क्या ईसरपुर ग्राम की महिला को देख हैरान रह गए ग्राम वासी सेंटल बैंक के अधिकारि a k पाण्डेय सहित बैंक के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री आवास योजना की बसूली करने पर इशरपुर में 1 हजार की क़िस्त नही दी तो अधिकारीयो ने महिला को धक्का दे कर कैद कर दिया माहिला का खुद के मकान में 4 दिन से भूख प्यास से रो रो कर हुआ बुरा हाल । वहीं एक बच्ची की सिलाई मशीन तक सील कर दी
नही है कोई सुनने बाला जिससे महिला ने आत्महत्या करने की तक कह दी और बोलता शब्द को सुनाई आप बीती बनखेड़ी से 5 किलोमीटरमीटर की दूरी पर है ईसरपुर जहा ये सब अधिकारी की मन मानी साफ तौर पर देखी गई पर सबसे बड़ी बात की आज 4 दिन बीत जाने के बाद भी।न कोई जनप्रतिनिधि पॅहुचे ऒर न ही कोई अधिकारी
अब सवाल ये की क्या महिलाओं को पीड़ित करने में प्रदेश पहले ही न. 1 है बची कुची जो रह गई थी वह अब अधिकारी यो की अफसरशाही बे लगाम देखते हुए नज़र आ रही है सरकार योजनाए तो बहुत चला रही है पर उनका सही किर्यावयन नही किया जा रहा है हमारे देश में बड़े बड़े बैंक के करोड़ो के घोटाले देखे पर आज तक उन रसूख़ दार पर आज तक कोई कार्यवाही नही की गई क्यो की वह पैसे के दम पर सब मैनेज कर लेते है पर आज जो हुआ वह बड़ा दिल दहलाने बाला नजारा था उस गरीब और लाचार महिलाओं पर ये अत्याचार आख़िर क्यो बड़ा सवाल जब हमने सेंटल बैंक के अधिकारि Ak पांडेय से बात करनी चाही तो उन्होंने कहा ऐसा कुछ भी नही हमारी बैंक से लोन लिया और हम बसूली करने गए थे बसूली नही दी तो हम ने अपना ताला लगाकर शील कर दिया अब हमें नही पता कि महिला घर के अंदर कैसे घुस गई sdm मदन रघुवंशी जी का कहना कि जो मामला है आवास योजना के लोन का और ऐसा नही होता कि कोई भी बैंक अधिकारी माहिला के साथ ऐसा नही कर सकता यदि ऐंसा हुआ है तो में खुद जा कर देखूंगा क्या है पूरा मामला जो भी हो पर नारी शक्ति को ऐसी सजा देना ये कैसा इंसाफ है अधिकारियों का जहा देश हो या प्रदेश सभी जगह नारी के सम्मान की बात की जाती है पर यहां तो एक नारी का अपमान तो हुआ है पर जो भी हुआ है वह बहुत गलत है और ऐंसा होना काफी नलाजमी है और वो भी सिंर्फ 1 हजार की क़िस्त के लिए अफ़सर शाही वेलगाम देखने को मिली है