क्षेत्र में बढ़ती चोरियों की वारदात,ओर पुलिस की लगातार असफलता के बाद एसपी अरविंद सक्सेना के निर्देशन पर सोहागपुर थानक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम बरुआ बन्दीछोड़ के मध्य वर्षो से डेरा जमाए पारदी समुदाय पर औचक कार्यवाही से पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी थी । पुलिस ने मौके से दर्जनों कीमती मोबाइल ,ओर शिकार के उपयोग में लाये जाने वाले इलेक्ट्रिक सामान ,ओजार समेत दो युवक,युवतियों को गिरफ्तार किया था । जबकि डेरे से कई भाग खड़े हुए । लेकिन आरोपी 24 घण्टे भी जेल में नही रहे । गिरफ्तारी के साथ ही आरोपियों की जमानती प्रक्रिया में लोग तैनात हो गए । जमानत,ऑर्डरशीट बनकर तैनात हो गयी ।सूत्रों के अनुसार स्तिथि को देखते हुए इधर स्टेसन रोड थाना टीआई ने जेल में सूचना दी कि उक्त आरोपियों की जमानत लेने वालों ओर जेल से छुड़वाने वालो पर निगरानी रख थाना सूचित कीया जाए । जिसके चलते पारदियों को छुड़वाने पहुँचे दो बाइकसवार संदिग्धों को पकड़ने जेल ओर पुलिसकर्मियों ने घेराबंदी करनी चाही तो दोनों संदिग्ध मौके को भाँपते हुए चंपत हो गए । विस्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी में मौके से बाइक छोड़कर भागे संदिग्धों की बाइक की जानकारी ली गयी तो बाइक भी चोरी की होना पायी गई । पूरे मामले पर ये तो स्पष्ट है कि। जंगलो में डेरा जमाने वाले खूंखार पारदी गिरोह का नेटवर्क काफी तगड़ा है । लेकिन पिछले कई दशकों से छोटीमोटी चोरी की वारदात को अंजाम देने वाला ये गिरोह आज गम्भीर अपराधों में अपना दर्ज करवा चुके है । समय रहते एक गिरोह समुदाय पर पुलिस का शिकंजा कसता तो आज ये नाम ख़ौफ़ का पर्याय नही बनता । क्योंकि अकेले बरुआ स्थित डेरे की बात की जाए तो ये समुदाय पिछले 3 दशकों से यहाँ डेरा जमाए अपनी गतिविधियां चला रहा है । एक सूत्र के हवाले से बताया जाता है की महानगरों में बड़ी वारदातों को अंजाम देने वाले ख़ौफ़ का पर्याय चड्डी,बनियान गेंग भी इसी ग्रुप का उपनाम है ।