पिपरिया के सिवनी घांट पर अवैध उत्खनन करती पकड़ी गई पोकलेन को ओर रेत स्टाक पर स्थानीय प्रशासन की चुप्पी से कई सवाल खड़े होने लगे है । 3 दिन बीत जाने पर भी न तो राजसात की कार्यवाही हुई न ही किसी तरह का अपराध दर्ज हुआ। आखिर क्यों दूसरी और एक तस्वीरों से भी रूबरू कराते है जो कुछ दिन पहले होशंगाबाद कि टीम ने कार्यवाही करते हुए गरीबो की खाली 7 टेक्टरट्रॉली पकड़ी थी जो आज तक नही छूट पाई अब सवाल ये की क्या सिर्फ ग़रीबो के लिए ही कानून बना है समीर पैसे बालो के लिए नही किया वाह रे कानून के रखवालो हम आँखे ही बंद कर लेते है करो जो मर्जी करे मामा जी का राज्य है वही दूसरी कहानी फर्जी व्यापारियों की 20 दिन के बाद भी 3 व्यापारी फरार है पिपरिया मंडी में चना का फर्जीबाड़ा करने बाले अपराधी व्यापारी खुले आम। घूम रहे और जो टेक्टर ट्रॉली चला रहे थे जो मजदूर थे उनको पता ही नही किया संहि और क्या गलत है उन बैचारो को जेल हो गई क़सूर दार ताज खुले में खेल रहे ऐसा हम ने जीवन मे नही देखा इतना सुपर कानून आँखे बंद करके देखने बाला प्रशासन ने छोड़ दी पोकलेन
क्या अवैध उत्खनन पर सिर्फ कागजों में कार्यवाही
Ngt के आदेशों को क्या ताक पर रख दिया
ऐसे कई सवाल है जो इन दिनों आम जनता के मन मे उठ रहे है।
पिपरिया के सिवनी घांट पर अवैध उत्खनन करती पकड़ी गई पोकलेन को ओर रेत स्टाक पर स्थानीय प्रशासन की चुप्पी से कई सवाल खड़े होने लगे है । 3 दिन बीत जाने पर भी न तो राजसात की कार्यवाही हुई न ही किसी तरह का अपराध दर्ज हुआ। आखिर क्यों दूसरी और एक तस्वीरों से भी रूबरू कराते है जो कुछ दिन पहले होशंगाबाद कि टीम ने कार्यवाही करते हुए गरीबो की खाली 7 टेक्टरट्रॉली पकड़ी थी जो आज तक नही छूट पाई अब सवाल ये की क्या सिर्फ ग़रीबो के लिए ही कानून बना है समीर पैसे बालो के लिए नही किया वाह रे कानून के रखवालो हम आँखे ही बंद कर लेते है करो जो मर्जी करे मामा जी का राज्य है वही दूसरी कहानी फर्जी व्यापारियों की 20 दिन के बाद भी 3 व्यापारी फरार है पिपरिया मंडी में चना का फर्जीबाड़ा करने बाले अपराधी व्यापारी खुले आम। घूम रहे और जो टेक्टर ट्रॉली चला रहे थे जो मजदूर थे उनको पता ही नही किया संहि और क्या गलत है उन बैचारो को जेल हो गई क़सूर दार ताज खुले में खेल रहे ऐसा हम ने जीवन मे नही देखा इतना सुपर कानून आँखे बंद करके देखने बाला