दबंग सूरज गूजर के द्रारा अनुसूचित जाति मकान को क्षतिग्रस्त कर मारपीट करने वाले को पुलिस ने : 5 वें दिन भी गिरफ्तार नहीं किया ?
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आरोपी को क्या पुलिस का संरक्षण है?
पीड़ित परिवार को आरोपी से जान का खतरा, प्रशासन की होगी जबावदारी।
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पिपरिया ।होशंगाबाद जिला के थानान्तर्गत पिपरिया के लांझी गांव में विगत दिनों वहां के दबंग सूरज गूजर के द्रारा अनुसूचित जाति वर्ग के महेश अहिरवार के साथ एवं उनके परिवार के साथ हमला कर मकान को क्षति पहुंचायी है ।उसके द्रारा एवं उनके भाई के साथ साथ ऐसा जातिगत आधार पर उत्पात मचाया की जो दिल दहला कर रख दिया है। आरोपी के द्रारा अनुसूचित जाति के घर पर पहले मारपीट की। उसके बाद वह मकान की तोड़ फोड़ करके उनके मकान को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया है। मौके पर पुलिस नहीं पहुंची। डायल 100 नंबर पर पीड़ित लोगों के द्रारा फोन लगाये। अन्य लोगों के द्रारा भी पुलिस को सूचना दी गई। लेकिन समय पर पुलिस टीम नहीं गई। जिससे आरोपी सूरज दलित परिवार के घर पर हमला कर भारी नुकसानी पहुंचा सका। इस मामले में पुलिस की भारी लापरवाही सामने आ रही है। पीड़ित अनुसूचित जाति परिवार रात मैं ही अपनी जान बचाकर पुलिस स्टेशन पिपरिया गया। जहां पर आवेदक की रिपोर्ट दर्ज की गई। जो कि भारतीय दन्ड संहिता के तहत एवं अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामला दर्ज होने के आज 5 वें दिन बाद भी आरोपियों को पुलिस द्रारा गिरफ्तार न करना अनेकों सवाल खड़ा कर रही है। पुलिस प्रशासन का रवैया इस मामले में ढीलमिल देखा जा रहा है। पीड़ित को जान से मारने की धमकी आरोपी सूरज गूजर द्रारा दी जा रही है। जिसके वीडियो वायरल हो रहे हैं।
पिपरिया विधानसभा के लांझी गांव की यह घटना है। जहाँ का विधायक भी अनुसूचित जाति वर्ग का है। इस मामले में वह अपनी चुप्पी साधे हुए हैं। क्या आरोपी को कोई राजनैतिक संरक्षण प्राप्त है। ताकि उसकी गिरफ्तारी आज तक नहीं हो पाई रही है। पिपरिया विधायक ठाकुरदास नागवंशी है जो कि लगातार पिपरिया विधानसभा क्षेत्र के दो बार से प्रतिनिधित्व करते आ रहे हैं। जिन्हें नैतिक और संवैधानिक रुप से इस गंभीर मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी को गिरफ्तार कराना चाहिए। लेकिन इस मामले में वह सामने ही नहीं नहीं आ रहे है। जिससे कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं विधायक का ही तो यह आरोपी न हो। जिसे बचाया जा रहा है।
होशंगाबाद के अनुसूचित जाति के नेता बहुत नेतृत्व और सामाजिक संगठनों की बातें करते है। आज तक कोई भी इस मामले में सहायता और प्रशासन से बात करने को स्पष्ट सामने नहीं आ रहे है। ऐसे कुछ लोग अनुसूचित जाति के है जो होशंगाबाद के गांव /शहरों में रहते हैं वह पिपरिया आरक्षित विधानसभा चुनाव में कांग्रेस /बीजेपी से टिकट मांगते हैं। उनके मुंगेरीलाल जैसे सपने हैं कि बिना सेवा करे, बिना अनुसूचित जाति की समस्याओं को उठाये वगैरह उन्हें अनुसूचित जाति और सामाजिक लोग वोट सपोर्ट करेंगे। ये सपने वालों को चाहिए कि अहिरवार समाज के पीड़ितों से मिलने जाये और उन्हें न्याय दिलाये। तब समाज उन्हें पहचानेंगे। लेकिन नेता इस जुगत में लगे हुए है कि बड़े नेताओं की चमचागिरी बनी रही। समाज पर अत्याचार होते रहे। तथा पिपरिया सामान्य व अन्य वर्गों से बुराई न हो सके। ताकि वह विधायक बनने में सफल हो सके। लेकिन वो भूले हुए हैं कि टिकट लैने वालों की संख्या अधिक है। चमचों के कारनामों की सूची समाज के लोगों के पास है। जो कि टिकट ही नहीं मिलने के लिए बहुत है। विधायक बनना तो मुंगेरीलाल के सपने होगे। ऐसे लोगों को कोई लाज शरम नहीं है। पिपरिया के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए समाज के जागरूक और समझदार लोग ही काफी है।
आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार की मांग की जाये। उसके मकान और परिवार के दो भाईयों के मकान को भारी क्षति पहुंची है। अतः प्रत्येक व्यक्ति को पांच /पांच लाख रुपये की राशि शासन द्रारा प्रदान कराये। पीड़ित परिवार को शस्त्र लाइसेंस दिलाने की मांग की जाये।
पिपरिया विधानसभा के लांझी गांव में वहां के दबंग सूरज गूजर को शीघ्र गिरफ्तार नहीं किया गया है तो पीड़ित परिवार अपने बच्चों और महिलाओं के साथ जिला प्रशासन को ज्ञापन देंगे और उन्हें न्याय न मिलने तक वह धरना प्रदर्शन करने को विवश होगें। पीड़ित अनुसूचित जाति परिवार की सहायता की जाये। ताकि कोई अप्रिय घटना न हो सके।